How to control mind?
Posted: Wed Aug 22, 2012 10:31 am
मन को वश में रखना चाहिए , इसका अर्थ तो हम सब समझते हैं लेकिन क्या है मन की शक्ति असीमित, अनंत.. ये भी हम जानते हैं..... तो फिर मन को कैसे वश में करें?
चलिए जाने ।
मन की तीन अवस्थाएं बताई गयी हैं : तमोगुणी, रजोगुणी तथा सतगुणी ... यानी कि cauntious mind , sub cauntious mind और super cauntious mind , शरीर भी दो तरह का होता है: स्थूल और सूक्ष्म , स्थूल शरीर में मस्तिष्क और सूक्ष्म शरीर में मन का निवास होता है ... स्थूल शरीर की मृत्यु पश्चात भी सूक्ष्म शरीर काफी समय तक ज़िंदा रह सकता है... यह मन की शक्ति है... brain death स्थूल शरीर की मृत्यु है लेकिन मन की मृत्यु कभी सुनी है क्या? होती भी हो तो मुझे पता नहीं... कहीं वर्णन पढ़ा नहीं .......
तो मन अति शक्तिशाली है, फिर मन को वश में कैसे रखा जाए ?
यह प्रश्न जितना जटिल है इसका उत्तर उतना ही सरल है... मन अगर शक्तिशाली है तो मन में ध्यान करें..... अपने आप को शक्तिशाली महसूस करें और सोचें कि आपको जिस वस्तु की आवश्यकता है आपको मिल गयी है... मन आपका ही तो है ... तो जो शक्ति हमारे पास है... हमारे अन्दर है... उसका उपयोग ही तो करना है .... तो मन की गति बढायें.... उसके द्वारा अपने आप को वैसा ही महसूस करें जैसा कि आप बनना चाहते हैं ... मन की शक्ति के द्वारा आप वैसा ही बनेंगे जैसा आप अपने आप को बनाना चाहते हैं ....
रेकी एवं कई अन्य तरह की ऊर्जा भी मन की गति के साथ आगे चली जाती है यानी कि मन एक माध्यम भी है, वाहन भी है... मन साधन भी है और मन साध्य भी है .... मन अगर साधा हुआ है तो मन आपके कहे अनुसार चलेगा... मन में सोचें कि आप मन को चला रहे हैं... मन आपसे दूर नहीं है .... बस मन को आदेश देना है.... मन आपका कहना मानेगा ...
लेकिन जितना आसान मन को वश में कैसे किया जाए इसे समझना है ... उतना ही कठिन इसे अपनी ज़िंदगी में लागू करना भी है .... मन को वश में करने में समय लगेगा.... लेकिन हार मत मानो ... वैसे भी शुरू करने के बाद आप हार नहीं मानोगे क्योंकि आप जो चाहते हो वो प्राप्त करना शुरू कर दोगे.... और धीरे धीरे मन वश में हो जायेगा ... मन को आप उधर मोड़ दोगे जिधर आपकी आत्मा चाहती है, लेकिन मन आपको मोड़ नहीं पायेगा... मन विचलित नहीं होगा ....
बस सोचें law of attraction अपने आप काम करेगा !!! अपनी सोच को मज़बूत करें ... विश्वास के द्वारा कि आप जो सोच रहे है हो वो सही है... जितनी मज़बूत आपकी सोच होगी उतना जल्दी आप मन को वश में कर पाओगे ।।
चलिए जाने ।
मन की तीन अवस्थाएं बताई गयी हैं : तमोगुणी, रजोगुणी तथा सतगुणी ... यानी कि cauntious mind , sub cauntious mind और super cauntious mind , शरीर भी दो तरह का होता है: स्थूल और सूक्ष्म , स्थूल शरीर में मस्तिष्क और सूक्ष्म शरीर में मन का निवास होता है ... स्थूल शरीर की मृत्यु पश्चात भी सूक्ष्म शरीर काफी समय तक ज़िंदा रह सकता है... यह मन की शक्ति है... brain death स्थूल शरीर की मृत्यु है लेकिन मन की मृत्यु कभी सुनी है क्या? होती भी हो तो मुझे पता नहीं... कहीं वर्णन पढ़ा नहीं .......
तो मन अति शक्तिशाली है, फिर मन को वश में कैसे रखा जाए ?
यह प्रश्न जितना जटिल है इसका उत्तर उतना ही सरल है... मन अगर शक्तिशाली है तो मन में ध्यान करें..... अपने आप को शक्तिशाली महसूस करें और सोचें कि आपको जिस वस्तु की आवश्यकता है आपको मिल गयी है... मन आपका ही तो है ... तो जो शक्ति हमारे पास है... हमारे अन्दर है... उसका उपयोग ही तो करना है .... तो मन की गति बढायें.... उसके द्वारा अपने आप को वैसा ही महसूस करें जैसा कि आप बनना चाहते हैं ... मन की शक्ति के द्वारा आप वैसा ही बनेंगे जैसा आप अपने आप को बनाना चाहते हैं ....
रेकी एवं कई अन्य तरह की ऊर्जा भी मन की गति के साथ आगे चली जाती है यानी कि मन एक माध्यम भी है, वाहन भी है... मन साधन भी है और मन साध्य भी है .... मन अगर साधा हुआ है तो मन आपके कहे अनुसार चलेगा... मन में सोचें कि आप मन को चला रहे हैं... मन आपसे दूर नहीं है .... बस मन को आदेश देना है.... मन आपका कहना मानेगा ...
लेकिन जितना आसान मन को वश में कैसे किया जाए इसे समझना है ... उतना ही कठिन इसे अपनी ज़िंदगी में लागू करना भी है .... मन को वश में करने में समय लगेगा.... लेकिन हार मत मानो ... वैसे भी शुरू करने के बाद आप हार नहीं मानोगे क्योंकि आप जो चाहते हो वो प्राप्त करना शुरू कर दोगे.... और धीरे धीरे मन वश में हो जायेगा ... मन को आप उधर मोड़ दोगे जिधर आपकी आत्मा चाहती है, लेकिन मन आपको मोड़ नहीं पायेगा... मन विचलित नहीं होगा ....
बस सोचें law of attraction अपने आप काम करेगा !!! अपनी सोच को मज़बूत करें ... विश्वास के द्वारा कि आप जो सोच रहे है हो वो सही है... जितनी मज़बूत आपकी सोच होगी उतना जल्दी आप मन को वश में कर पाओगे ।।